हमारा ध्येय और संकल्प
ध्येय
हमारी भारतीय संस्कृति और हमारा अर्थतंत्र गाय पे आधारित था, भारतीय संस्कृति का जतन करना हमारा फर्ज़ है। हमारी संस्कृति को पुनःस्थापित करने के लिए गीर गाय के गौसंवर्धन द्वारा गाय की महिमा और गौ रक्षा को पूनःस्थापित करना वही हमारा संकल्प है।
हमारे ध्येय :
- पूरी पृथ्वी पे गीर गाय का संवर्धन।
- पंचगव्य आधारित गौकृषि।
- गौशाला का आत्मनिर्भर और पोषणक्षम मोडेल।
- सर्वजीव का आरोग्य और पवित्र विचारोंवाला जीवन।
- पृथ्वी पे पर्यावरण की रक्षा।
संकल्प
- पंचगव्य द्वारा मनुष्य एवं नैतिक मूल्यों का विर्य, शौर्य, धैर्य, मानसिक एवं शारीरिक आरोग्य और मानवीय मूल्यों का उत्थान करेंगे।
- पंचागव्य आधारित नेचरल फार्मिंग, गौकृषि, ऋषिकृषि से किसानों का पुन: स्थापन करेंगे |
- गौसंवर्धन से गीर गाय की प्योर नसल का संवर्धन करके सभी किसानो के घर में गीर गाय पहुचायेंगे।
- गाय आधारीत जीवनशैली और भारतीय जीवमूल्यों के द्वारा विश्व कल्याण का मार्ग प्रस्थापित करेंगे ।
दुग्ध उत्पाद
गीर गाय से दूध और अन्य उत्पादों द्वारा मानव मानव के लिए बहुत आवश्यक जैव तत्वों में समृद्ध हैं।
कार्बनिक खाद्य
4.72 मिलियन हेक्टेयर में भारत के 12 राज्यों में जैविक खेती का अभ्यास किया जाता है। 2013-14 में, जैविक खाद्य उत्पादन 1.24 मिलियन टन था
ताजा क्या है
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पंचगव्य महाधृत
कैंसर के रोग में मदद करता है और मैटल चुनौतीपूर्ण बच्चों के लिए मैटल क्षमताओं को विकसित करने में मदद करता है।
गौमूत्र अर्क
मूत्र, किडनी स्टोन, गुर्दा, लिवर, मोटापा, त्वचा और पाचन तंत्र से संबंधित रोगों के लिए प्रभावी रूप से प्रतिरक्षा में वृद्धि करता है , अन्य १०८ रोगो मैं उपयोगी
गव्य फिनाइल
पर्यावरण को ताजा और दिव्य बनाता है।
गव्य त्रिफला चूर्ण
सभी पेट संबंधित समस्याएं जैसे अपचन, अम्लता, इत्यादि में सहायक।